Wednesday, October 16, 2024

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अविज्ञाय नरो धर्मं दुःखमायाति याति च । मनुष्य जन्म साफल्यं केवलं धर्मसाधनम्     ॥     अविज्ञाय नरो धर्मं दुःखमायाति याति च । मनुष्य जन्म साफल्यं केवलं धर्मसाधनम्     ॥     अविज्ञाय नरो धर्मं दुःखमायाति याति च । मनुष्य जन्म साफल्यं केवलं धर्मसाधनम् ॥

ऐसी पौराणिक मान्यता है कि गाय को घर में बनी पहली रोटी जरूर देनी चाहिए, कहा जाता है कि गाय को रोजाना रोटी खिलाने वाले व्यक्ति की मौजूदा पीढ़ी के साथ-साथ आने वाली पीढ़ीयॉं भी पुण्य अर्जित करती हैं। इसी तथ्य को आधार बनाते हुए बजरंग सेवा दल की अग्रासन समिति ने  गौ-सेवा के प्राथमिक सोपान के अंतर्गत हर-घर से अग्रासन  योजना को आगे बढ़ाते हुए प्रत्येक घर में  बनने वाली प्रथम रोटी गौ-माता हेतु निकालने और उक्त अग्रासन को साफ-सुथरे तरीके से गौ-शाला तक पहुॅचाने का दायित्व लिया है। वर्तमान में सैकड़ों घर इस योजना का भाग बन चुके हैं और हमारा लक्ष्य करोड़ो हिन्दू परिवार के मध्य इस योजना को पहुॅचाना है। 

‘‘गो करूणा निधि’’ में यह स्पष्ट विवरण है कि प्रत्येक धनाढ्य व्यक्तियों को गौ रक्षा तथा गो सेवार्थ अपनी आय का शतांश से अधिक भाग अवश्य दान कर देना चाहिए। हिन्दू धर्म में गाय  को पुज्य और पवित्र माना गया है। इसकी सेवा करने वाले व्यक्ति को सर्वसुख प्राप्त हो जातें हैं। यदि आप भी इस योजना का हिस्सा बनना चाहते हैं तो आज ही सम्पर्क करें, आपका सहयोग और समर्थन अपेक्षित है।

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